Best for Health : जानें पानी के जादुई उपचार के बारे में
Best for Health : Know the magical treatment of water
Best for Health : पानी के रूप मे प्रकृति ने हमें एक अत्यंत गुणकारी औषधि (Effective Medicine) दी है। पानी प्रकृति में पाया जाने वाला सर्वाधिक घुलनशील पदार्थ है जिसे यह शरीर में पायी जाने वाली गन्दगी को अपने साथ घोल कर शरीर के बाहर कर देता है। पानी हमारे शरीर की तीन अति महत्वपूर्ण क्रियायें को सबसे अधिक प्रभावित करता है।
मस्तिष्क- दिमाग, मेरू (स्पाइनल कार्ड) और नसें। हृदय, रक्त संचार और त्वचा। मैटाबोलिस्म का नियंत्रण और जोड़ों की हड्डियों को गति देना।
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शरीर में पानी की कमी के प्राथमिक लक्षण मूत्र का पीला रंग है। पीले रंग का मूत्र का सीधा मतलब है कि गुर्दों को पानी की कमी के कारण शरीर से गंदगी निकालने के लिए अत्यधिक मेहनत करनी पड़ रही है। सफेद रंग के मूत्र का मतलब है शरीर के सभी भागों मे पानी प्रचुर मात्र मे पहुंच रहा है और उसकी निरंतर सफाई हो रही है। इसीलिये यही जरूरी है कि हम अपने मूत्र के रंग पर लगातार गौर करें।
Best for Health : रोग दूर करने के लिये पानी का उपयोग
पानी धीरे-धीरे पियें:- गुनगुने या गरम पानी को अगर धीरे पिया जाये तो पेट साफ होता है, बदहजमी, सीने में जलन, उलटी व पेट मे ऐेंठन से आराम मिलता है।
सावधानी:- जिन लोगों को पेट का अलसर हो उन्हें गरम पानी पीनेे की सलाह नहीं दी जाती।
पानी और उच्च रक्तचाप :- उचित मात्र मेें पानी पीने से उच्चरक्तचाप को किसी हद तक टाला जा सकता है। तांबे के बर्तन में रात भर रखा पानी पीने से रक्तचाप कम किया जा सकता है।
पानी और गुर्दे का इन्फेक्शन (Water and Kidney Infection) :- गुर्दे के इन्फैैैक्शन में अत्याधिक पानी पीने से आराम मिलता है। यह तथ्य मेडिकल साइंस मे भी स्थापित हो चुका है। पानी गुर्दे में मौजूद वैक्टीरिया व अन्य हानिकारक तत्वोें कोे शरीर के बाहर निकाल देता है।
नींद न आना (insomnia) :- जिसे हम इनसोमनिया कहते है। इसके लिये 15 मिनट तक सोने के पहले गरम पानी से नहायें। इससे अधिक लाभदायक नींद लाने के लिए कुछ भी नहीं है। गरम पानी नसों व त्वचा को तनावमुक्त करता है। गरम पानी से स्नान प्राचीन समय से ही मानसिक रोगियों को शांत करने के लिये किया जाता रहा है।
पानी से जुड़े कुछ अन्य तथ्य :-
- भोजन के साथ पानी पाने से परहेज करें। पानी भोजन को डाइल्यूट करता है जिससे पाचक तत्व इसमें घुल जाते हैं और पाचन में मुश्किल हो सकती है।
- दवाईयां सदैव पानी के साथ ही सटकें। फलों के रस अथवा दूध के साथ दवाई लेने से या तो वांिछत लाभ नहीं होता अथवा नुकसान होता है।
- चाय, काफी या साट ड्रिक्ंस को पानी का विकल्प न बनायें। इनके सेवन से पानी पीने की इच्छा कम हो जाती है। इसलिये जब भी कुछ पीने की इच्छा हो एक ग्लास पानी पियें।
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सूर्य से चार्ज पानी (Sun Charged Water) :-
किसी भी हरे रंग की बोतल मे 3/4 पानी भरकर 6-8 घंटे सूरज की रोशनी में रखे गये पानी को ग्रीन वाटर कहते हैं। इस पानी को सामान्य ताप में लाकर पीने से कब्ज की कैसी भी बिगड़ी परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है।