Haj Yatra 2025 : मध्य प्रदेशवासियों के लिए 103 अतिरिक्त सीटों का कोटा आवंटित
MP News Today: Haj pilgrimage quota increased for people of Madhya Pradesh

Haj Yatra 2025 : मध्य प्रदेश से हज यात्रा पर जाने की इच्छा रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक खुशखबरी आई है। खुशखबरी है कि हज कमेटी ने मध्य प्रदेशवासियों के लिए हज यात्रा का कोटा बढ़ा दिया है। कमेटी द्वारा यह महत्वपूर्ण निर्णय के बाद अब और अधिक यात्री हज कोटे से यात्रा के लिए चयनित हो रहे हैं।
आपको बता दें कि हज यात्रा के लिए 9891 लोगों ने आवेदन किया है। सेंट्रल हज कमेटी ने इनमें से 7103 लोगों का चयन कर लिया है। इनके नाम रैंडमाइज क्यूरा में तय किए गए हैं। शेष बचे 2784 लोगों को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है। इस सूची से अब तक 1240 लोगों का चयन हो चुका है।
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Haj Yatra : 103 अतिरिक्त सीटों का कोटा आवंटित
प्राप्त जानकारी के अनुसारए मध्य प्रदेश हज कमेटी को हज यात्रा के लिए 103 अतिरिक्त सीटों का कोटा आवंटित किया गया है। इन सीटों पर चयन प्रतीक्षा सूची में शामिल लोगों से किया गया है। इस निर्णय के बाद, इस वर्ष प्रदेश से हज यात्रा पर जाने वाले चयनित व्यक्तियों की संख्या अब 8.343 तक पहुँच गई है। हज यात्रा की शुरुआत अप्रैल के अंतिम सप्ताह से होगी।
सेंट्रल हज कमेटी ने एक सर्कुलर जारी कर बताया कि प्रदेश को 103 अतिरिक्त सीटों का कोटा मिला है। और इन सीटों का चयन हज उम्मीदवारों की प्रतीक्षा सूची से किया गया है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में मिलने वाले अतिरिक्त कोटे से वेटिंग की कुछ सीटें और भी क्लियर होंगी।
इस्लाम का पांचवां स्तंभ है हज (Haj Yatra 2025)
मुसलमानों के लिए हज यात्रा बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह इस्लाम के पांच मूल स्तंभों में से एक है। इस्लाम के इन पाँच स्तंभों में चार हैं. कलमा, नमाज, रोजा, और जकात। इसके अलावा इस्लाम का अंतिम और पांचवां स्तंभ हज है। आपको बता दें कि हज शब्द अरबी भाषा से लिया गया है, जिसका साधारण अर्थ है किसी विशेष स्थान की ओर यात्रा करने का इरादा करना, खासकर अल्लाह के घर की यात्रा की इच्छा रखना।
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अद्भुत धार्मिक अनुष्ठान भी है हज यात्रा (Haj Yatra 2025)
हज यात्रा न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक अद्भुत धार्मिक अनुष्ठान भी है। अन्य धार्मिक कृत्य जैसे तौहीद, नमाज, जकात और रोजा मुसलमान अपने घरों में रहकर भी कर सकते हैं, लेकिन हज के लिए उन्हें सऊदी अरब के पवित्र नगर मक्का जाना जरूरी होता है, क्योंकि मक्का में ही काबा स्थित है, जिसे मुस्लिम दुनिया का सबसे पवित्र स्थल माना जाता है।
हज यात्रा क्या हर मुस्लिम को करना जरूरी है?
इस्लामी मान्यता के अनुसार, हज हर मुस्लिम पर फर्ज है, जिसे जीवन में एक बार अवश्य करना चाहिए। हालांकि, कुछ लोगों को इस कर्तव्य से छूट दी गई है। इस्लाम में कहा गया है कि जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं या जिनकी सेहत इतनी अच्छी नहीं है कि वे इतनी लंबी यात्रा कर सकें, उन्हें हज करने से छूट मिलती है।
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