De-Stress : तनाव से मुक्त होने के उपाय

Easy ways to get rid of stress

Easy ways to get rid of stress
Easy ways to get rid of stress

De-Stress : कम या अधिक तनाव उत्पन्न ( Create Tension) करने वाले छोटे या बड़े विभिन्न कारण अलग-अलग व्यक्तियों के लिए हो सकते हैं। घर-बाहर घटित कोई छोटी-मोटी घटना, किसी से हुई थोड़ी बहुत कहा-सुनी, किसी का कटाक्ष-उलाहना, कार्यस्थल या कार्यालय में किसी के अपशब्द, डांट या अन्य कोई बात, अपमान, उधार की चिंता, अपने आसपास की गलत गतिविधियां या लोगों के ऐसे आचरण जो आपको पसंद नहीं- यानी इनमें से एकाधिक या अन्य कोई छोटा-बड़ा कारण तनाव दे सकता है। अधिक तनाव अन्ततः हानिकारक ही सिद्ध होता है।

कुछ लोग तनाव से छुटकारा पाने के लिए जाने-अनजाने ऐसे तरीके उपयोग में लाते है जिनसे शारीरिक या मानसिक कष्ट भी भोगना पड़ जाता है।

एक प्रख्यात मनोचिकित्सक के अनुसार यदि कोई व्यक्ति आपसे कोई ऐसी बात कर दे जो चुभ जाए या आप उससे चिढ़ या अपमान अनुभव करने लगे या वह बात आपकी सहनशीलता के बाहर हो और आप तिलमिला जाएं या क्रोध से भर जाएं, बाद में या क्रोध शांत होने पर भी कुछ समय या अधिक समय तक आप तनावग्रस्त बने रहें। ऐसी स्थिति निश्चय ही लाभप्रद नहीं हो सकती।

तनाव से मुक्त होने के आसान उपाय (Easy ways to get rid of stress)

तनाव से मुक्त होने के लिए नये-पुराने अनेक उपाय है। जिनसे बड़ी सहजता से तनाव मुक्त हुआ जा सकता है। आधुनिक जीवन में व्यक्ति को कदम-कदम पर तनावों से सामना करना पड़ता है किसी भी प्रकार के तनाव का मस्तिष्क में प्रतिक्रिया होना स्वाभाविक है। इस प्रतिक्रिया के कारण एड्रेनिल व अन्य रसायनों का स्राव होने लगता है। नतीजतन तनाव गंभीर रूप धारण कर लेता है।

गलतफहमी से बचें

किसी बात की ठेस पहुंचने या अहं को चोट लगने या अपमान होने पर क्रोध में आकर तुरन्त प्रतिक्रिया से बचना चाहिए।पहले इस बारे में शांत होकर यह विचार करना ही उचित होगा कि आपकी गलती तो नहीं थी। कोई गलतफहमी तो नहीं हुई। कभी-कभी मजाक में कही गई बात भी तनाव का कारण बन जाती है। इसलिए यह जरूरी है कि पहले खुद पर नियंत्रण पाने की कोशिश की जाए। भावना और क्रोध के वशीभूत होकर तुरन्त प्रतिक्रिया जाहिर करने से लाभ के स्थान पर हानि की संभावना ही अधिक रहती है।

आड़म्बरपूर्ण जीवन जीने से बचें

दोहरा, दिखावटी या आड़म्बरपूर्ण जीवन जीने वाले लोग अक्सर तनाव के अधिक शिकार होते है। ऐसी स्थिति में बचना श्रेयष्कर है। संभव-असंभव की सोच, लोगों के आपके बारे में विचार, बहुत अधिक उम्मीद, बहुत अधिक सोचना, आशंकाएं पालना, छोटी-मोटी बातों को अधिक तूल देकर उन्हें भयावह बना देना आदि से खुद को बचाना चाहिए। कोई व्यक्ति आपको पसंद नहीं करता या आपको महत्व नहीं देता तो उससे दूरी बनाकर रहना ही अच्छा है। ऐसी ही अन्य तनाव पैदा करने वाली स्थितियों को आप टाल सकते हैं।

‘बीती ताहि बिसार दे‘ पर अमल

योग और ध्यान के बारे में जानकारी प्राप्त करें। पुस्तके पढ़ें। थोड़े अभ्यास से तनाव से मुक्ति में इनसे पर्याप्त सहायता मिलती है। ‘बीती ताहि बिसार दे‘ पर अमल करना भी तनाव से बचाता है। जिन बातों से ‘परेशानी‘ अनुभव हो, उन पर ध्यान केन्द्रित करने के स्थान पर उनकी उपेक्षा करें, ध्यान न दें। किसी रुचिकर काम या शौक में मन लगाएं।

Stress Health Tips : नकारात्मक दृष्टिकोण न अपनाएं

पसंद की पुस्तक-पत्रिका पढ़ें। संगीत को साथी बनाएं। टहलें और आसपास देखें। आनन्ददायक और रोचक घटनाओं-बातों को स्मरण करें। ईश्वर स्मरण और प्रार्थना का सहारा भी ले सकते हैं। मनोरंजन का कोई साधन अपनाएं। विश्राम-आराम या सोना भी तनाव दूर करता है।

जरूरतनुसार सीधे लेटकर शरीर को ढीला छोड़ दें, ईश्वर स्मरण करते हुए शवासन करने से भी शरीर व मन-मस्तिष्क को आराम मिलता है। ध्यान रहें, तनाव का असर चेहरे पर साफ दिखाई देता है इसलिए इसकी छाया से भी दूर रहें।

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R. Singh

Name: Rina Singh Gender: Female Years Of Experience: 5 Years Field Of Expertise: Politics, Culture, Rural Issues, Current Affairs, Health, ETC Qualification: Diploma In Journalism

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