Love : आखिर क्यों आशिक करता है माशूका का कत्ल ?
Love : मेरे ख्याल से श्रद्धा हत्याकांड (shraddha murder case) अभी तक कोई नहीं भूला होगा। यह ऐसी दर्दनाक घटना थी जिसने सभी को हिला कर रख दिया। आपको बता दें कि दिल्ली में एक श्रद्धा नाम की लड़की का मर्डर हुआ था। जिसकी हत्या बहुत की निर्मम तरीके से उसके ही बॉयफ्रेंड ने किया। इस घटना का अंजाम देने के बाद आरोपी बॉयफ्रेंड आफताब ने श्रद्धा की लाश के टुकड़े.टुकड़े कर फ्रिज में रख दिया। उसके बाद आफताब ने हत्या का सबुत मिटाने को एक-एक करके लाश के टुकड़े-टुकड़े को जंगल में फेक दिया।
पिछले दिनों राजधानी दिल्ली से बेहद सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक युवक ने शाहबाद डेयरी (Shahbad Dairy Murder) इलाके में नाबालिग लड़की को चाकू और पत्थर से वार कर मौत के घाट उतार दिया। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें आरोपी लगातार 16 वर्षीय लड़की पर चाकू से वार करता दिख रहा है। वह पत्थर से भी नाबालिग को कुचलता है। वीडियो इतना विभत्स है कि देखकर दिल कांप जाए। आरोपी की पहचान साहिल पुत्र सरफराज के रूप में हुई है।
दिल्ली में ही एक स्विट्जरलैंड की महिला के हत्या (Murder of Switzerland Woman) का मामला सामने आया। यह हत्या भी इस विदेशी लड़की के बॉयफ्रेंड ने की हैं। इस इस मामले में हत्या के आरोप में पुलिस द्वारा पकड़े गए लड़की के बॉयफ्रेंड ने कई सारे खुलासे किए हैं। कहने का मतलब अखिर क्यों माशुका की हत्या उसके ही बॉयफ्रेंड (murder by boyfriend) द्वारा की जा रही है। आईये जानने की कोशिश करते हैं इसके पीछे का कारण….।
महबूबा नहीं मिली तो उसका कत्ल
महबूबा नहीं मिली तो उसका कत्ल कर दिया। प्रेमिका ने प्यार से इंकार किया तो उसके चेहरे पर तेजाब डाल दिया। प्रेयसी नहीं मिली तो हताशा में दुनियां ही छोड़ दी। कभी ऐसा होता है कि उसे मारकर खुद भी खुदकुशी कर ली। तूं मेरी नहीं तो किसी की नहीं। तुझे हर हाल में मेरा होना होगा।
पहले ऐसी घटनाएं दो चार साल में एकाध होती थीं। इससे पहले इसका अनुपात और भी कम था लेकिन आज कल ऐसी वारदातें आम हो गई हैं। जिधर देखो, उधर इस तरह के अपराध हो रहे हैं। अखबारों में ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं।
Love में सामंती सोच हावी
सवाल यह है कि अब मोहब्बत में ऐसी क्या खोट आ गई है कि कुर्बानी देने की बजाय जान लेने पर उतर आई है। पहले लोग मोहब्बत में सब कुछ कुर्बान कर देते थे लेकिन अपने महबूब/महबूबा पर कोई आंच नहीं आने देते थे। आज प्यार में भी सामंती सोच हावी हो गई है। मनोचिकित्सक इसके ऐसे ही कारण बता रहे हैं।
मशहूर शायर साहिर लुधियानवी ने कहा था कि मोहब्बत एक बेगाने को अपनाने की जिद है। आज उसी जिद के कारण नादान मोहब्बत और स्वार्थी प्यार की परिणिति मौत के दरवाजे पर जाकर खत्म हो रही है।
आज प्यार (Love) का स्वरूप स्वार्थ में तब्दील
आज प्यार का स्वरूप स्वार्थ में तब्दील हो चुका है। आज के युवक युवतियां प्यार को शायद शारीरिक भूख मिटाने का साधन (Means to satisfy physical hunger) भर मानते हैं क्या शारीरिक आकर्षण ही प्यार है ? क्या देह ही सब कुछ है? नारी का कोई वजूद नहीं ? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि आज के युवा, किशोर और प्रौढ़ मोहब्बत में जान लेने में जरा भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। जान नहीं ले पाए तो उसका चेहरा खराब कर दिया।
आज के युवक युवतियां प्यार को शायद शारीरिक भूख मिटाने का साधन (Means to satisfy physical hunger) भर मानते हैं क्या शारीरिक आकर्षण ही प्यार है ? क्या देह ही सब कुछ है?
कहने का आशय यह है कि न तो प्रेमी में और न प्रेमिका में धीरज नाम की चीज है। इधर बात हुई नहीं कि उधर शारीरिक सुख तुरंत चाहिए। एकतरफा प्यार की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो रही है। ऐसी मोहब्बत का नतीजा मौत या जल्दी शादी या जल्दी तलाक। स्थायित्व न तो प्यार में है और न शादी में।
सबसे ज्यादा बाॅलीवुड बदनाम
हम लैला मजनू या हीर रांझा के दौर की बात नहीं कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं फिल्मी दुनियां की। औरत और मर्द के बीच रिश्तों को लेकर सबसे ज्यादा बाॅलीवुड बदनाम है। फिल्म वालों के रिश्ते बहुत कमजोर और शारीरिक आकर्षण तक सीमित बताएं जाते हैं लेकिन इस बदनाम बस्ती में भी प्यार का सम्मान हुआ है।
देवानन्द और सुरैया का Love Relationship
देवानन्द और सुरैया ने प्यार (Devanand and Suraiya fell in love) को आखिर तक निभाया। सुरैया अगर तमाम जिदंगी कुंवारी रही तो देवानन्द भी उन्हें याद करते रहे। आशा पारिख के बारे में बताया जाता है कि वे नासिर हुसैन से प्यार करती थीं और आज तक कुंवारी बैठी हैं। चेतन आनन्द और प्रिया राजवंश के बारे में कौन नहीं जानता। दोनों ने पूरी उम्र प्यार के रिश्ते को निभाया। नन्दा मनमोहन देसाई से प्यार करती थीं और करती है। दोनों की शादी होने से पहले ही देसाई साहब चल बसे।
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वहीदा रहमान और गुरूदत्त का Love
वहीदा रहमान पर गुरूदत्त मरते थे। उनकी मोहब्बत में गुरूदत्त ने खुद जान दे दी लेकिन वहीदा रहमान को दुखी नहीं होने दिया। गौहर और चंदूलाल का किस्सा पुराने लोगों को आज भी याद है। इनके अलावा अपने आसपास ऐसे तमाम उदाहरण हैं जो यह बताते हैं कि प्रेमी ने कितनी ही मुसीबत झेली मगर महबूबा को जरा भी चोट नहीं पहुंचने दी। उसे चोट लगती है, आह खुद निकलती है।
पिछले दिनों दिल्ली में लड़की के शादी से इनकार करने पर गुस्साए युवक ने लड़की और परिवार को बदनाम करने की साजिश रच दी। आरोपी युवक ने लड़की की नाबालिग बहन का इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर उसमें उसकी तस्वीर के साथ ही अश्लील फोटो और ऑडियो क्लिप अपडेट कर दी।
लेकिन आज ऐसा नहीं है। पिछले दिनों दिल्ली में लड़की के शादी से इनकार करने पर गुस्साए युवक ने लड़की और परिवार को बदनाम करने की साजिश रच दी। आरोपी युवक ने लड़की की नाबालिग बहन का इंस्टाग्राम पर फर्जी आईडी बनाकर उसमें उसकी तस्वीर के साथ ही अश्लील फोटो और ऑडियो क्लिप अपडेट कर दी। आरोपी फुरकान ने खुलासा किया कि लड़की के घर आता जाता था। वह उनके साथ दोस्ताना हो गया और उनके सोशल मीडिया खातों तक पहुंच प्राप्त कर ली। उसके बाद घटना को अंजाम दिया।
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उत्तर प्रदेश के अमेठी में 16 साल की नाबालिग जिंदा जला दिया गया। यह दिल झकझोर देने वाली घटना है। अपने दोस्तों के साथ मिलकर युवक ने इस घटना को अंजाम दिया। झुलसी नाबालिग की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने पांच नामजद और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
क्या यह वाकई Love है?
प्रश्न यह है कि क्या यह वाकई मोहब्बत है ? नहीं, यह वासना है। प्यार कुर्बानी मांगता है। दुश्मन की तरह जान नहीं लेता है। उपरोक्त घटनाएं यह बताने के लिए काफी हैं कि आज मोहब्बत में न तड़प है न जज्बा, न त्याग है न संयम। मोहब्बत संयम का दूसरा नाम है।
टिकाऊ नहीं आज का Love
सवाल यह है कि आज का प्यार टिकाऊ नहीं होता। आज का प्यार कुर्बानी देने की जगह जान ले रहा है। महबूबा को नेस्तनाबूद करने की बात मन में आ रही है। क्या समाज का बदलता स्वरूप, बदलते मूल्य, बढ़ती आधुनिकता, घटता संयम, डिप्रेशन, टीवी और सिनेमा का असर प्यार पर भी पड़ा है।
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सामंती मनोवृत्ति के शिकार
इस संबंध में मशहूर मनोचिकित्सक कहते हैं जो लोग प्रेमिका को मार देते हैं या उस पर तेजाब फेंक देते हैं, ऐसे लोग सामंती मनोवृत्ति के शिकार होते हैं। ऐसे लोग ठाकुरों जमीदारों की सोच के होते हैं, यानी जिस चीज पर हाथ रख दिया या जिसे अपना मान लिया, उसे हर कीमत पर पाना चाहते हैं। ऐसे लोग मानते है कि मेरी नहीं हुई तो किसी की नहीं।
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इकतरफा प्यार (One Side Love)
कुछ लोग इसलिए मार देते हैं कि उन्हें लगता है कि जिसे वह अपनी मानता था, उसने उसे धोखा (Cheating in Love) दिया है, इसलिए वह उससे बदला लेता हैै। कुछ लोग प्रेमिका को मारकर हताशा में आत्महत्या कर लेते हैं कि अब वह भी जी कर क्या करेंगे लेकिन सबसे बड़ा कारण सामंती मनोवृत्ति है। कुछ लोग इकतरफा प्यार (one sided love) कर बैठते हैं और भ्रम में जीते रहते हैं। ऐसे युवक भी आत्महत्या करने से नहीं चूकते।