Healthy Fruits for Cold : इन 4 गिरीदार फलों को खाएं और स्वस्थ रहें
Healthy Fruits for Cold : Eat these 4 nut fruits and stay healthy
Healthy Fruits for Cold : सेहत बनाने के लिए सर्दियों का मौसम सबसे बढ़िया होता है। सर्दियों के मौसम में भूख अधिक लगती है और खाया-पीया पच भी जाता है। ऐसे में हम संतुलित व पोषक पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में कर सकते हैं। यह मौसम सूखे मेवों के सेवन के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है। ये पदार्थ सेहत के लिए काफी अच्छे होते हैं। इनमें पोषक तत्वों की भरमार होती है। ये प्रोटीन, खनिज व एंटीऑक्सीडेंट विटामिन के अच्छे स्रोत हैं।
मूंगफली (Healthy Fruits : Groundnut)
हार्वर्ड स्कूल पब्लिक हेल्थ की एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार यदि महिलाएं 28 ग्राम की मात्रा में मूंगफली का सप्ताह में चार पांच बार सेवन करती हैं तो उन्हें मधुमेह (diabetes problem) का खतरा कम होता है। मूंगफली में उच्च मात्रा में असंतृप्त वसा, मैग्नीशियम और रेशे होते हैं जो मधुमेह के खतरे को कम करते हैं। इसमें ऐसे रेशे भी होते हैं, जिनसे इंसुलिन का स्राव बढ़ने में सहायता मिलती है।
इसमें ओमेगा-2- फैट्स की उच्च मात्रा होती है जो सेहतमंद सेलों को सुरक्षित रखती है और रक्त में कोलेस्ट्राल की मात्रा को कम करके त्वचा को लचीला बनाती है। यह आयरन, जिंक विटामिन ई, फोलिक एसिड इत्यादि से भरपूर होती है जो रिजर्वेट्राॅल बनाते हैं। रिजर्वेट्राल कैंसर पैदा करने वाले मुक्त रेडिकल्स को समाप्त करता है।
अखरोट (Healthy Fruits : Walnut)
पेन स्टेट यूनिवर्सिटी के अनुसार अखरोट सिर्फ एलडीएल बुरे (कोलेस्ट्रोल) को ही कम नहीं करते बल्कि इनके सेवन से रक्त वाहिनी नलिकाओं में सूजन भी कम होती है, जिससे हृदय रोगों की संभावना कम हो जाती है।
अखरोट विटामिन ई, आयरन, मैंग्नीज, फास्फोरस, पोटाशियम का काफी अच्छा स्रोत है। साथ ही इसमें फोलिक एसिड भी प्रचुर मात्रा में होता है जो हड्डियों के निर्माण तथा दिल की सेहत को बनाए रखने में सहायक होता है। इसमें विटामिन बी (पीएमसी) की कम संभावना होती है।
काजू (Healthy Fruits : Cashew)
इनमें आयरन की भरपूर मात्रा होती है। यह हमें एनीमिया से बचाता है। इसमें जिंक उच्च मात्रा में होता है जो शरीर के सामान्य विकास के लिए जरूरी होता है, सेक्सुअल विकास में सहायक होता है और इम्यून सिस्टम की पुनरूत्पति के लिए आवश्यक है। इसके अलावा काजू काॅपर, मैंगनीज, फाॅस्फोरस, मैग्नीशियम, विटामिन बी, और ई का अच्छा स्रोत हैं।
बादाम (Healthy Fruits Almond)
ये प्रोटीन का अच्छा स्रोत हैं। इनमें मैग्नीशियम, पोटाशियम, फाॅस्फोरस, काॅपर, विटामिन बी 2, और अन्य एंटी ऑक्सीडेंट तत्व विद्यमान हैं जो कैंसर से लड़ने में सहायता (Help Fight Cancer) करते हैं। इसमें कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है। जो लोग उच्च काॅलेस्ट्रोल की समस्या से ग्रसित हैं, वे नियमित रूप से दिनभर में एक औंस की मात्रा में बादाम का सेवन करें तो वे इसे बच सकते हैं।
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Health Tips : स्वास्थ्य से जुड़े कुछ अन्य जानकारियां
खांसी दूर करे चाकलेट (Health Tips for Cough)
खांसी किसी को भी कभी भी हो सकती है। साधारण खांसी व्यक्ति को उतना परेशान नहीं करती जितना कि तेज व लगातार होने वाली खांसी से व्यक्ति हलकान हो जाता है। लगातार होने वाली खांसी में चाकलेट तेज दवा का काम करता है।
वास्तव में देखा जाए तो चाकलेट में कोको मिली होती है और कोको में थियोब्रोमिन नामक तत्व होता है जो किसी भी तरह की खांसी को रोकने में प्रयुक्त आम दवाओं की तुलना में तीन गुना तीव्र तेज असरकारक होता है। खांसी एवं हृदय रोग में लाभदायी चाकलेट दांतों के लिए नुक्सानदायक भी है। अतएव सावधानी के साथ सीमित मात्रा में चाकलेट खाएं एवं हृदय व खांसी जैसे रोगों में वांछित लाभ पाएं।
आस्था से स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Faith)
अपने देश की बहुसंख्यक जनता आस्थावान है। जब व्यक्ति बीमार की स्थिति में होता है तब यह धर्म आस्था या किसी बात पर आस्था गहरी हो जाती है। इसीलिए पूजा पाठ जैसे धार्मिक कार्य, भभूत और पानी जैसी चीजों से बीमार व्यक्ति भला चंगा हो जाता है। डिस्टिल्ड वाटर के इंजेक्शन, पाउडर की गोली से भी वह स्वस्थ हो जाता है।
वास्तव में व्यक्ति जब आस्थावान होता है, तब उसकी इच्छा शक्ति जाग जाती है एवं प्रबल हो जाती है। यही संबल उसे नवजीवन देने में बड़ा काम आता है। इसीलिए यह कहा जाता है जहां दवा असर नहीं दिखाती, वहां दुआ (प्रार्थना) से बीमार व्यक्ति ठीक हो जाता है।
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खराब दांत से फेफड़े होते हैं खराब
दांतों की नियमित सफाई नहीं करने पर ये गंदे, बदरंग व खराब हो जाते हैं, इनकी गंदगी एवं परत से दांत व मसूड़े दोनों भी खराब होने लगते हैं। खराब दांतों से शरीर के कई अंग भी प्रभावित होते हैं। दांतों की गंदगी व बीमारी फेफड़े तक पहुंचकर उसे भी संक्रमित कर सकती है। उसकी कार्यक्षमता भी प्रभावित हो जाती है। कुछ भी खाने व पेय पीने के बाद कुल्ला कर मुंह साफ करना चाहिए जबकि दिन भर में दो समय दांतों की नियमित सफाई करनी चाहिए। यह सफाई अच्छी तरह करनी चाहिए। साफ दांत हमारे जीवन को महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
इंटरनेट से स्वास्थ्य प्रभावित
How Internet affects health : स्कूली होमवर्क पूरा करने के लिए किशोरों में इंटरनेट का उपयोग बढ़ गया है जिसके चलते किशोरों को अब दो-तीन घंटे या उससे अधिक समय तक इंटरनेट का उपयोग करने के लिए कंप्यूटर पर बैठना पड़ता है। जिसके चलते किशोरों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होने लगा है। उससे जुड़ी समस्याएं पैदा होने लगी हैं। असमय अवसाद का खतरा पैदा हो गया है।
अध्ययन में पाया गया कि शहरों के वे बच्चे जो इंग्लिश मीडियम में पढ़ाई करते हैं वे इंटरनेट का उपयोग अधिकाधिक करते हैं। यही बच्चे आगे चलकर मानसिक स्वास्थ्य एवं उसकी परेशानी से जूझ रहे हैं। अवसाद, चिड़चिड़ेपन एवं बेचैनी से घिर रहे हैं।
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खुश रहें और स्वस्थ रहें (Be Happy and Healthy)
खुश होना बहुत बड़ी चीज है। लोग इसके लिए नानाविध उपाय करते हैं। आज के आपाधापी वाले युग में व्यक्ति हर पल तनावग्रस्त रहता है। तनावग्रस्त व्यक्ति को खुशी के पल कम नसीब होते हैं। कभी-कभी तो इंतजार का एक-एक पल भारी रहता है।
ऐसे समय में किसी अन्य कार्य में लग जाने पर यह इंतजार की घड़ी जल्दी व खुशी-खुशी कट जाती है। वैसे भी फालतू रहने की बजाय व्यस्त रहकर खुशी केवल हासिल करना ज्यादा उचित है। व्यस्त रहकर खुश रहे और स्वस्थ रहें। ऐसे समय में रचनात्मक कार्य करे टहलते हुए समय बिताए।
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कंप्यूटर : ज्यादा देर तक बैठना दर्द का कारण
कंप्यूटर आवश्यकता की आधुनिक चीज बन गई है। हर घर, हर दफ्तर के आधुनिक होने की यह पहचान बन गई है। कंप्यूटर का बहुपयोगी होना ही इसे लगातार लोकप्रिय बना रहा है। उपयोगिता के कारण इसके दीवाने एवं इस पर ज्यादा देर तक बैठने वाले बढ़ गए हैं। यही दीवानगी एवं ज्यादा देर तक बैठना दर्द का कारण बनता जा रहा है।
कलाई व उंगलियों में दर्द (Pain in wrist and Fingers)
कलाई व उंगलियों में दर्द की शिकायत बढ़ गई है। कमर एवं गर्दन में भी दर्द की परेशानियां ऐसे लोगों में बढ़ गई हैं। इससे आंखों की तकलीफ उठाने वाले भी बढ़ गए हैं। यह आधुनिक साधन के गंभीर खतरे की घंटी सदृश्य है। कंप्यूटर का लगातार उपयोग करें किंतु बीच-बीच में उसे छोड़कर चहल कदमी भी करें ताकि हल्का फुल्का व्यायाम करें एवं फ्रेश हो जाएं।