Best Medicine Tips : दवाओं के उपयोग में सावधानी जरूरी, जाने क्यों
Best Medicine Tips : Caution is necessary in the use of medicines, know why
बगैर चिकित्सक की सलाह (Doctor’s advice) से रोगी को दवा न दें, चाहे बीमारी के रूप में सर्दी, जुकाम ही क्यों न हो
Best Medicine Tips : बदलते मौसम के कारण परिवार में एक न एक सदस्य का बीमार पड़ना लगा ही रहता है। घर में बच्चे, बूढ़े कोई भी बीमार पड़ें तो उन्हें दवा (Medicine ) देना बेहद जरूरी होता है। याद रखें अगर दवा का प्रयोग करते समय सावधानी न बरती जाए तो लाभ पहुंचाने के बदले दवा प्राणघाती भी हो सकती है। आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
अतः लोगों को ध्यान रखना होगा कि बगैर चिकित्सक की सलाह (Doctor’s advice) से रोगी को दवा न दें, चाहे बीमारी के रूप में सर्दी, जुकाम ही क्यों न हो। यह कदापि न सोचें कि पहले बुखार आया था तो अमुक दवा दी थी, इसलिए अभी भी वही दवा दे दें क्योंकि पहले और अब के बुखार की प्रकृति में अन्तर हो सकता है।
इसी प्रकार परिवार के किसी एक सदस्य को जो दवा सूट कर गई हो, जरूरी नहीं कि दूसरे सदस्य को भी वह दवा लाभ कर जाए। इसलिए एक की दवा दूसरे को नहीं देनी चाहिए।
यदि मरीज को चिकित्सालय ले जाकर इलाज करवाते हों तो डाॅक्टर के द्वारा दिये गये निर्देशानुसार ही दवा एवं विधि का पालन करें। कब, कौन सी और कितनी मात्रा में देनी है, चिकित्सक से अच्छी तरह समझ लें। बेहतर तो यही होगा कि शीशियों पर एवं गोलियों के लिफाफे पर प्रयोग विधि अंकित कर दें।
अगर आपके घर में एक से अधिक सदस्य बीमार हैं तो सभी सदस्यों की दवा एक जगह नहीं रखिये अन्यथा एक की दवा दूसरे सदस्य प्रयोग कर सकते हैं जिससे गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसके अलावा यदि परिवार में छोटे बच्चे हों तो दवाओं को ऐसी जगह रखें जहां बच्चों का पहुंचना नामुमकिन हो क्योंकि बच्चे अज्ञानतावश उस दवा को पी सकते हैं।
दवाएं कई प्रकार की हो सकती हैं जैसे खुली-गोलियां, कैप्सूल, पीने की दवा, लगाने की दवा, इंजेक्शन आदि। हालांकि अंग्रेजी दवा के ऊपर नाम अवश्य लिखा रहता है परन्तु गोलियों का एक जैसा आकार कभी-कभी भ्रम में भी डाल सकता है। ऐसी हालत उपस्थित ही न होने देने के लिए दवाओं को अलग-अलग पुड़िया में नाम अंकित कर रखा जाना चाहिए।
दवाएं को एक जगह न रखें (Best Medicine Tips)
सबसे अधिक सावधानी पीने वाली दवा और लगाने वाली दवा के उपयोग में बरतने की जरूरत है। कभी-कभी दोनों ही एक जैसी शीशियों में आती हैं। शरीर पर लगाने वाली दवा प्रायः विषाक्त होती है जो सिर्फ बाहरी उपयोग के लिए होती है। भूलवश यदि पीने की दवा के बदले लगाने की दवा पिला दी गई तो रोगी की जान सांसत में भी पड़ सकती है, अतः शरीर पर लगाने वाली तरल दवा की शीशी पर लाल स्याही से बड़े मोटे अक्षरों में लगाने की दवा अवश्य लिख देना चाहिये। बेहतर तो यही होगा कि लगाने वाली और और पीने वाली दवाएं को एक जगह न रखें।
Medicine घर पर तैयार करने से पहले
यदि बाजार से लाई गई दवा घर पर तैयार करके देनी है तो उसकी विधि दवा विक्रेता या डाॅक्टर से समझ लेनी चाहिये। उदाहरण स्वरूप शिशुओं को देने वाली एंटीबायोटिक्स पाउडर शीशी में आते हैं। उन्हें तरल बनाकर देना होता है। पानी कितना व कैसे मिलाना है, यह समझ लेना निहायत जरूरी है क्योंकि कम या अधिक पानी मिलाने पर भी परेशानी हो सकती है।
खाली पेट दवा लेने से नुकसान (Best Medicine Tips)
कुछ दवाएं अत्यधिक तेज होती हैं और खाली पेट लेने से नुकसान पहुंचा सकती हैं। अतः ऐसी दवा देने से पूर्व मरीज को कुछ खिला देना चाहिये। दवा के साथ कुछ वर्जनाएं भी हो सकती हैं उनका निश्चित रूप से पालन करें वर्ना दवा का प्रभाव नहीं के बराबर होगा।
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मरीज का खान-पान
डाॅक्टर के निर्देशानुसार ही मरीज का खान-पान रखें तो रोगी शीघ्र ही चंगा हो जाएगा। अगर बच्चे कड़वी दवा खाने में आनाकानी करें तो उन्हें थोड़ी सी बर्फ खिलाकर दवा देनी चाहिये। ऐसा करने से दवा कड़वी नहीं लगेगी और बच्चे आसानी से दवा पी लेंगे। अगर बच्चे को सर्दी-जुकाम की शिकायत (cold and cough) हो तो बर्फ के बजाय आप शहद चटाकर कड़वी दवा पिला सकते हैं।
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दवा, दवा है जादू नहीं (Best Medicine Tips)
दवा, दवा है जादू नहीं कि दवा दें और बीमारी छूमंतर। अतः धैर्य और साहस की जरूरत है। बकौल डाॅक्टर द्वारा सुझाए गए नुस्खे के मुतबिक ही दवा दीजिए, अधिक नहीं। जल्दी-जल्दी और अधिक मात्रा में दवा पिलाने से कोई लाभ नहीं,उल्टे बुरे परिणाम ही होते हैं। डाक्टर द्वारा निर्धारित खुराक के मुताबिक ही दवा का इस्तेमाल करें।
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एक्सपायरी डेट अवश्य देखें
यदि आपके घर में ऐसी दवा पहले से रखी हो जो फिलहाल डाॅक्टर ने भी लिखी है तो उसको इस्तेमाल करने से पूर्व एक्सपायरी डेट अवश्य देख लें। यदि दवा की डेट एक्सपायर कर गयी हो तो उसे फेंक दें। एक्सपायरी डेट बीतने पर दवा अनुपयोगी और विषाक्त हो सकती है। अतः उपरोक्त तथ्यों का सख्ती से पालन करने पर आप सदैव स्वस्थ रहेंगे।